हमारे सूचना संकट से निपटने के लिए 10 सूत्रीय योजना

हमारे सूचना संकट से निपटने के लिए 10 सूत्रीय योजना

2021 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया रेसा और दिमित्री मुराटोव द्वारा 2 सितंबर 2022 को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सम्मेलन (Freedom of Expression Conference), Nobel Peace Center, Oslo में प्रस्तुत

 

हम एक ऐसी दुनिया का आह्वान करते हैं जिसमें प्रौद्योगिकी मानवता की सेवा के लिए बनी हो और जहाँ हमारा वैश्विक सार्वजनिक स्थल लाभ की अपेक्षा मानवाधिकारों की रक्षा करता हो।

 

इस समय, हमारे समाज को आगे बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी की विशाल क्षमता को व्यापार मॉडल और प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के डिजाइन द्वारा कमतर आँका गया है। लेकिन हम सत्ता में बैठे सभी लोगों को याद दिलाना चाहते हैं कि सच्ची मानवीय प्रगति सभी के अधिकारों और स्वतंत्रता को आगे बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकी के उपयोग से आती है, कि चंद लोगों की सम्पत्ति और सत्ता के लिए उनका त्याग करने से।

 

हम अधिकारों का सम्मान करने वाले प्रजातंत्र राष्ट्रों से आग्रह करते हैं कि वे लोगों के डेटा के एकत्रीकरण और ध्यान आकर्षण पर नज़रे गढ़ाने वाले बिग टेक बिज़नेस मॉडल द्वारा विरूपित सूचना पारिस्थितिकी तंत्र के अस्तित्व के ख़तरे के प्रति सजग हो जाएँ, जब कि यह गंभीर पत्रकारिता को कमज़ोर तथा समाज और राजनीतिक जीवन में विचार-विमर्श का ध्रुवीकरण कर रहा है।

 

जब तथ्य वैकल्पिक हो जाते हैं और विश्वास ग़ायब हो जाता है, तो हम सत्ताधारियों को जवाबदेह नहीं बना पाएँगे। हमें एक ऐसे सार्वजनिक मंच की आवश्यकता है जहाँ विचारों के स्वस्थ आदान-प्रदान के साथ विश्वास को बढ़ावा देना, कॉर्पोरेट मुनाफ़े से कहीं ज़्यादा मूल्यवान है और जहाँ परिशुद्ध पत्रकारिता शोर-शराबे के बीच अपना रास्ता बनाएँ।

 

दुनिया भर में कई सरकारों ने सत्ता हथियाने और उसे संघटित करने के लिए इन मंचों के लालच का फ़ायदा उठाया है। इसलिए वे स्वतंत्र प्रेस पर भी हमला करते हैं और उसका मुँह बंद कर देते हैं। जाहिर है, इस संकट से निपटने के लिए इन सरकारों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। साथ ही हमें अपने अधिकारों को खंडित व्यापार मॉडल को बनाए रखने के इरादे से सक्रिय रूप से दुष्प्रचार, अभद्र भाषा और दुरुपयोग को बढ़ावा देने वाली प्रौद्योगिकी कंपनियों के हाथों में नहीं सौंपना चाहिए।

 

परिणामी विषाक्त सूचना पारिस्थितिकी तंत्र अपरिहार्य नहीं है। सत्ताधारी लोगों को एक ऐसी दुनिया का निर्माण करने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए जो मानवाधिकार, गरिमा और सुरक्षा को सर्वोपरि माने, जिसमें वैज्ञानिक और पत्रकारिता के तरीकों और परीक्षित ज्ञान की रक्षा करना भी शामिल हो। ऐसी दुनिया का निर्माण करने के लिए, हमें चाहिए कि:

 


फ़ायदे के लिए चौकसी वाले व्यापार मॉडल को समाप्त करें

 

आज के सूचना पारिस्थितिकी तंत्र के अदृश्य 'संपादक' तकनीकी कंपनियों द्वारा निर्मित अपारदर्शी एल्गोरिदम और अनुशंसा प्रणाली हैं जो हमें ट्रैक और लक्षित करते हैं। वे स्त्री द्वेष, जातिवाद, घृणा, कबाड़ विज्ञान और दुष्प्रचार को बढ़ाते हैं - "संलग्नता" बढ़ाने के लिए अथक निगरानी के साथ हर सामाजिक विघटनकारी विभाजन को हथियार बनाते हैं। यह फ़ायदे के लिए चौकसी वाला व्यापार मॉडल छल से हमारी कथित सहमति के आधार पर बनाया गया है। लेकिन हमें प्लेटफ़ॉर्म और डेटा कंपनियों को मुफ़्त में हमारे व्यक्तिगत डेटा का उपयोग करने देना या आधुनिक जगत के फ़ायदों से वंचित रहने के बीच किसी एक का चयन करने के लिए मजबूर करना कोई विकल्प नहीं है। कॉर्पोरेट निगरानी की विशाल मशीनरी केवल हमारे निजता के अधिकार का दुरुपयोग करती है, बल्कि हमारे डेटा को हमारे खिलाफ़ इस्तेमाल करने की अनुमति देती है, हमारी स्वतंत्रता को कम करती है और भेदभाव को सक्षम करती है।

 

इस अनैतिक व्यापार मॉडल को विश्व स्तर पर नियंत्रित किया जाना चाहिए, जिसमें चौकसी विज्ञापन को समाप्त करना शामिल है जिसे लोगों ने कभी नहीं चाहा और जिसके बारे में वे अक्सर अनजान होते हैं। यूरोप ने Digital Services and Digital Markets Acts (डिजिटल सेवाएँ और डिजिटल मार्केट अधिनियम) के साथ शुरुआत की है। अब इन्हें उन तरीकों से लागू किया जाना चाहिए जो प्लेटफ़ॉर्म को अपने डिज़ाइन को जोखिम से मुक्त करने, उनके एल्गोरिदम का विषहरण करने और उपयोगकर्ताओं को वास्तविक नियंत्रण देने के लिए मजबूर करते हों। गोपनीयता और डेटा अधिकार को भी, जो वर्तमान में काफ़ी काल्पनिक हैं, ठीक तरह लागू किया जाना चाहिए। और विज्ञापनदाताओं द्वारा अपने ग्राहकों को ऐसे तकनीकी उद्योग से बचाने के लिए अपने धन और प्रभाव का उपयोग करना चाहिए जो सक्रिय रूप से लोगों को नुकसान पहुँचा रहा है।

 


तकनीकी भेदभाव समाप्त करें और हर जगह लोगों के साथ समान व्यवहार करें

 

वैश्विक टेक कंपनियाँ लोगों को उनके ओहदे, सत्ता, राष्ट्रीयता और भाषा के आधार पर असमान अधिकार और सुरक्षा प्रदान करती हैं। हमने हर जगह सभी लोगों की सुरक्षा को समान रूप से प्राथमिकता देने में तकनीकी कंपनियों की विफलता के दर्दनाक और विनाशकारी परिणामों को देखा है। आनुपातिक रूप से भाषा और सांस्कृतिक योग्यता सुनिश्चित करते हुए, कंपनियों के लिए हर ऐसे देश में मानवाधिकार के जोखिमों का सख्ती से आकलन करना क़ानूनी रूप से अनिवार्य होना चाहिए, जहाँ वे विस्तार करना चाहते हैं। उन्हें कंटेंट मॉडरेशन और एल्गोरिथम के परिवर्तनों पर परदे के पीछे किए गए अपने फ़ैसलों को प्रकाश में लाने के लिए मजबूर करना चाहिए और सर्वाधिक शक्ति संपन्न और पहुँच वाले लोगों के लिए सभी विशेष छूट समाप्त करना चाहिए। अरबों लोगों को प्रभावित करने वाले इन सुरक्षा, डिज़ाइन और उत्पाद विकल्पों पर निर्णय लेने का काम निगमों पर नहीं छोड़ा जा सकता है। जनता की भलाई के लिए इंटरनेट में सुधार के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही नियम अनिवार्य पहला क़दम है।

 


स्वतंत्र पत्रकारिता का अत्याचार के प्रतिकार के रूप में पुनर्निर्माण करें

 

बड़े तकनीकी प्लेटफ़ॉर्मों ने ऐसी शक्तियों को खड़ा किया है जो ऑनलाइन विज्ञापन को निगलकर स्वतंत्र मीडिया को तबाह कर रहे हैं, साथ ही साथ झूठ और नफ़रत की तकनीकी-ईंधन वाली सुनामी को सक्षम कर रहे हैं जो तथ्यों को ख़त्म कर देती है। तथ्यों को एक मौक़ा देने के लिए, हमें तकनीकी प्लेटफ़ॉर्मों द्वारा दुष्प्रचार के प्रसार को समाप्त करना होगा। लेकिन सिर्फ़ यही पर्याप्त नहीं है। वर्तमान में विश्व की केवल 13% आबादी ही स्वतंत्र प्रेस का उपयोग कर सकती है। अगर हमें सत्ताधारियों को जवाबदेह बनाना और पत्रकारों की रक्षा करनी है, तो हमें सही मायने में स्वतंत्र मीडिया में बेजोड़ निवेश की आवश्यकता है जो अपने मूल स्थान से या निर्वासन में काम कर रहा हो, जो पत्रकारिता में नैतिक मानदंडों के अनुपालन को प्रोत्साहित करते हुए उसकी स्थिरता सुनिश्चित करता हो।

 

21वीं सदी के समाचार-कक्षों को भी यह मानते हुए नया, ख़ास रास्ता बनाना होगा कि ईमानदारी से सत्यता और अधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए, उन्हें ऐसे समुदायों की विविधता का प्रतिनिधित्व करना चाहिए जिनकी वे सेवा करते हैं। सरकारों को उन पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित करनी चाहिए, जिन पर तथ्यों के इस युद्ध-स्तरीय मोर्चे पर अधिकाधिक हमले किए जा रहे हैं, जो क़ैद किए जा रहे है या मारे जा रहे हैं।

 

हम, दुनिया भर के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के रूप में, एक संयुक्त संदेश प्रेषित कर रहे हैं: साथ मिलकर हम अपने जीवन और स्वतंत्रता पर होने वाले इस कॉर्पोरेट और तकनीकी हमले को ख़त्म कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए हमें फ़ौरन कार्रवाई करनी होगी। यह उन समाधानों को लागू करने का समय है जो हमारे पास पत्रकारिता के पुनर्निर्माण और समस्त मानवता के लिए वैश्विक संवाद की तकनीकी संरचना में सुधार लाने के लिए पहले से ही मौजूद है।

 


हम सभी अधिकारों का सम्मान करने वाली लोकतांत्रिक सरकारों का आह्वान करते हैं कि:

1.     तकनीकी कंपनियों से स्वतंत्र मानवाधिकार प्रभाव आकलन क्रियान्वित करने की अपेक्षा करें, जिन्हें सार्वजनिक किया जाना चाहिए, और साथ ही साथ कंटेंट मॉडरेशन से लेकर एल्गोरिथम प्रभाव तक, डेटा प्रोसेसिंग से लेकर सत्यनिष्ठा की नीतियों तक - उनके व्यवसाय के सभी पहलुओं पर पारदर्शिता की माँग करें।

2.     सुदृढ़ डेटा संरक्षण क़ानूनों के साथ नागरिकों के निजता के अधिकार की रक्षा करें।

3.     विश्व स्तर पर स्वतंत्र प्रेस और पत्रकारों के खिलाफ़ दुर्व्यवहार की सार्वजनिक रूप से निंदा करें और हमले की शिकार स्वतंत्र मीडिया और पत्रकारों को धन और सहायता प्रदान करें।


हम यूरोपीय संघ (EU) का आह्वान करते हैं कि:

4.     Digital Services and Digital Markets Acts (डिजिटल सेवाएँ और डिजिटल मार्केट अधिनियम) को लागू करने के लिए महत्वाकांक्षी बनें ताकि ये क़ानून कंपनियों के लिए सिर्फ़ 'नई काग़ज़ी कार्रवाईबन कर रह जाए और उन्हें अपने व्यापार मॉडल में बदलाव लाने के लिए मजबूर करें, जैसे कि एल्गोरिथम प्रवर्धन का समापन, जो मौलिक अधिकारों के लिए ख़तरा है और ग़लत जानकारी और घृणा फैलाता है, जिनमें वे मामले भी शामिल हैं जहाँ जोखिम यूरोपीय संघ की सीमाओं से बाहर उत्पन्न होते हैं।

5.     चौकसी विज्ञापन की प्रथा को मानवाधिकारों के साथ मौलिक रूप से असंगत मानते हुए, इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए तत्काल क़ानून प्रस्तावित करें।

6.     यूरोपीय संघ के General Data Protection Regulation (सामान्य डेटा संरक्षण विनियमन) को उचित रूप से लागू करें ताकि लोगों के डेटा अधिकार अंततः वास्तविकता में तब्दील हो जाएँ।

7.     आगामी European Media Freedom Act (यूरोपीय मीडिया स्वतंत्रता अधिनियम) में पत्रकारों की सुरक्षा, मीडिया संवहनीयता और डिजिटल स्पेस में लोकतांत्रिक गारंटी के लिए मजबूत सुरक्षा उपायों को शामिल करें।

8.     धारा के प्रतिकूल ग़लत सूचनाओं को पहले ही मिटाते हुए मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा करें। इसका मतलब है कि किसी भी नई तकनीक या मीडिया क़ानून में किसी भी संगठन या व्यक्ति के लिए कोई विशेष छूट या नियमेतर अपवाद नहीं होने चाहिए। वैश्वीकृत सूचना प्रवाह के साथ, यह ऐसी सरकारों और गैर-सरकारी व्यक्तियों को मुक्त छूट देगा जो लोकतंत्र को नुकसान पहुँचाने और हर जगह समाज का ध्रुवीकरण करने के लिए औद्योगिक पैमाने पर दुष्प्रचार करते हैं।

9.     बड़ी टेक कंपनियों और यूरोपीय सरकारी संस्थानों के बीच असाधारण लॉबिइंग मशीनरी, भ्रामक समर्थन अभियान (astroturfing) और कर्मचारियों की अदला-बदली को चुनौती दें।


हम संयुक्त राष्ट्र (UN) का आह्वान करते हैं कि:

10.    पत्रकारों की सुरक्षा (SESJ) पर केंद्रित संयुक्त राष्ट्र महासचिव का विशेष प्रतिनिधि गठित करें जो मौजूदा यथास्थिति को चुनौती देगा और अंततः पत्रकारों के खिलाफ़ होने वाले अपराधों के लिए प्रतिबंधों को बढ़ाएगा।


हस्ताक्षरकर्ता:

दिमित्री मुराटोव, 2021 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता

मारिया रेसा, 2021 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता



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यदि आप 10-सूत्री कार्य योजना पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं, तो info@peoplevsbig.tech पर ईमेल

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